रीड ओनली मैमोरी ( Read Only Memory – ROM ) इसे संक्षेप में रोम ( ROM ) कहा जाता है । यह वह मैमोरी है जिसमें डेटा पहले से भरा जा चुका होता है और जिसे हम केवल पढ़ सकते हैं । हम उसे हटा या बदल नहीं सकते ।
वास्तव में रोम चिप बनाते समय ही उसमें कुछ आवश्यक प्रोग्राम और डेटा लिख दिए जाते हैं जो स्थाई होते हैं । जब कम्प्यूटर की बिजली बन्द कर दी जाती है , तब भी रोम चिप में भरी हुई सूचनाएँ सुरक्षित बनी रहती हैं ।
रोम चिपों का उपयोग सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ; जैसे – कैलकुलेटर , वीडियो गेम , डिजिटल कैमरा आदि में किया जाता है । अधिकांश पर्सनल कम्प्यूटरों में रोम मैमोरी के बहुत उपयोग होते हैं । इनमें प्रायः ऐसी सूचनाएँ स्टोर की जाती हैं जो स्थाई और महत्वपूर्ण होती हैं या वे प्रोग्राम स्टोर किए जाते हैं । जिनको बदलने की आवश्यकता नहीं होती ; जैसे – कम्प्यूटर को बूट करने वाला प्रोग्राम ।
पुराने पर्सनल कम्प्यूटरों में रोम मैमोरी में बेसिक इनपुट – आउटपुट सिस्टम ( BIOS ) भी स्टोर किए जाते थे । जो पीसी के हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच अनुवादक ( Translator ) का कार्य करते थे ।
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