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सामाजिक नियंत्रण के अर्थ की विवेचना कीजिए सामाजिक नियंत्रण में परिवार और शिक्षा की भूमिका स्पष्ट कीजिए

सामाजिक नियंत्रण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें समाज के व्यक्तियों के व्यवहार, विचार और क्रियाएं नियंत्रित की जाती हैं। इसमें समाज के संसाधनों और संरचनाओं का भी उपयोग किया जाता है ताकि समाज के सदस्यों के बीच संबंध तथा संगठन बनाए रखे जा सकें। सामाजिक नियंत्रण के अंतर्गत, समाज के व्यक्तियों के व्यवहार और उनकी सोच को आकार दिया जाता है। इसमें समाज के व्यक्तियों के अनुकूल और अनुपयुक्त व्यवहार की निगरानी की जाती है ताकि समाज में समानता तथा न्याय सुनिश्चित हो सकें।


परिवार एक महत्वपूर्ण संस्था है जो सामाजिक नियंत्रण का एक महत्वपूर्ण स्रोत होती है। परिवार अपने सदस्यों को सामाजिक मानदंडों और संस्कृति के अनुसार नियंत्रित करता है। यह अपने सदस्यों के व्यवहार और कार्यक्षेत्रों की सीमाएं तय करता है, जिससे समाज में स्थायित्व बना रहता है। परिवार अपने सदस्यों को सामाजिक मूल्यों, संस्कृति तथा धर्म के अनुसार शिक्षा शिक्षा भी सामाजिक नियंत्रण के लिए एक अहम साधन है। शिक्षा समाज के व्यक्तियों को सामाजिक मानदंडों और नियमों के बारे में जागरूक करती है। इसके साथ ही, शिक्षा उन्हें समाज में सफलता हासिल करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपेक्षा की भूमिकाओं के बारे में भी सिखाती है। शिक्षा उन्हें समाज में उच्च स्थान प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल भी सिखाती है।

सामाजिक नियंत्रण के अर्थ की विवेचना कीजिए सामाजिक नियंत्रण में परिवार और शिक्षा की भूमिका स्पष्ट कीजिए

शिक्षा के माध्यम से समाज के व्यक्तियों को समाजिक मूल्यों, संस्कृति, नैतिकता, स्वच्छता तथा संगठन के महत्व के बारे में सिखाया जाता है। यह उन्हें समाज में उच्च स्थान प्राप्त करने के लिए आवश्यक नैतिक एवं शैक्षणिक ताकत प्रदान करती है। शिक्षा के माध्यम से बच्चों में नैतिकता, विचार शक्ति, स्वतंत्रता, सामंजस्य तथा सहयोग के भाव पैदा होते हैं, जो एक समाज के लिए आवश्यक होते हैं।


इसलिए, सामाजिक नियंत्रण में परिवार और शिक्षा दोनों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। पर इसके अतिरिक्त, सामाजिक नियंत्रण में अन्य तत्व भी होते हैं जैसे संस्थाओं, समुदायों, धर्म तथा सरकार। संस्थाएं और समुदाय अपने नियमों, मानदंडों और अनुशासन के माध्यम से समाज को नियंत्रित करते हैं। धर्म एक महत्वपूर्ण सामाजिक तत्व होता है जो लोगों के व्यवहार और नैतिक मूल्यों को प्रभावित करता है। सरकार भी समाज के नियंत्रण के लिए अहम होती है। वह संचार के माध्यम से समाज के व्यवहार को नियंत्रित करती है और न्याय तथा अनुशासन के बारे में जागरूकता पैदा करती है।


अंततः, सामाजिक नियंत्रण एक महत्वपूर्ण तत्व होता है जो समाज को नियंत्रित करता है और उसकी संरचना बनाए रखता है। परिवार और शिक्षा इसके महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जो समाज के व्यक्तियों को सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इसके अलावा, संस्थाएं, समुदाय, धर्म और सरकार भी सामाजिक नियंत्रण के अहम तत्व होते हैं जो समाज को नियंत्रित करते हैं और उसकी वृद्धि तथा सामाजिक नियंत्रण का महत्वपूर्ण उद्देश्य समाज में सुशासन, समानता और स्वतंत्रता बनाए रखना होता है। एक सुशासित समाज में, लोगों को उनकी संतुष्टि के लिए उनके अधिकारों और कर्तव्यों का आचरण करने की स्वतंत्रता होती है। समाज में समानता के साथ, सभी लोगों को एक समान दृष्टिकोण से देखा जाता है और उन्हें निष्पक्षता से व्यवहार किया जाता है। समाज के लिए स्वतंत्रता अर्थात् निर्धनता, उत्पादकता और स्वावलंबन का महत्व होता है। समाज के नियंत्रण के माध्यम से, ये महत्वपूर्ण उद्देश्य प्राप्त किए जाते हैं।


इस प्रकार, सामाजिक नियंत्रण समाज की वृद्धि और उन्नति के लिए आवश्यक होता है। परिवार और शिक्षा इसके महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जो समाज के व्यक्तियों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। संस्थाएं, समुदाय, धर्म और सरकार भी सामाजिक नियंत्रण के अहम तत्व होते हैं जो समाज को नियंत्रित करते हैं और उसकी संरचना बनाए रखते हैं। यदि सामाजिक नियंत्रण में कोई कमी होती है तो समाज में विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। एक अनुशासित और सुशासित समाज के बिना, अधिकांश लोग अपने कर्तव्यों और उत्साह से वंचित होते हैं और अपने जीवन में संतोष नहीं प्राप्त कर पाते हैं।


इसलिए, परिवार और शिक्षा का समाज में बड़ा महत्व होता है। परिवार समाज का मूल इकाई होता है और यह एक व्यक्ति को समाज में जोड़ता है। एक सुशासित परिवार में, सभी सदस्य अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं और एक दूसरे के साथ एकजुट रहने का अनुभव प्राप्त करते हैं। शिक्षा उन्नति का मूल तत्व होता है जो एक व्यक्ति को समाज में सफल बनाने के लिए जरूरी होता है। शिक्षा से व्यक्ति की सोचने की क्षमता विकसित होती है और उसे अधिक समझदार बनाता है।


इस तरह से, सामाजिक नियंत्रण का महत्व समझा जा सकता है जो समाज के लिए सुशासन, समानता और स्वतंत्रता को बनाए रखने में मदद करता है। इसके साथ ही, परिवार और शिक्षा के माध्यम से उन्नति और सफलता को सुनिश्चित करता है। शिक्षित लोग समाज के लिए उपयोगी बनते हैं और उनके पास समस्याओं का समाधान तलाशने की क्षमता होती है। शिक्षा का महत्व इसलिए है क्योंकि यह एक समाज को अधिक उन्नत और सशक्त बनाता है जो समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होता है।


इसलिए, सामाजिक नियंत्रण में परिवार और शिक्षा दोनों का बहुत महत्व होता है। एक सुशासित परिवार और शिक्षित लोग समाज के लिए बहुत अहम होते हैं जो समाज को सक्षम और समझदार बनाए रखते हैं। इसलिए, समाज में सामाजिक नियंत्रण को बनाए रखने के लिए हमें सुशासित परिवारों और शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए।

Final Words

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